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"कारण / राजेश श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर
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मैं “मैं” हूँ
तुम “तुम” हो
मैं से मैं, तुम से तुम का, हर जगह रण है,
हमारे बीच बढ़ती दूरियों का
कदाचित यही
सबसे बड़ा कारण है।