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"नाक / वीरेन डंगवाल" के अवतरणों में अंतर

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आवाज़<br>
 
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बनी रहे आख़िर तक साफ-सुथरी-निष्कंप
 
बनी रहे आख़िर तक साफ-सुथरी-निष्कंप

18:46, 12 जनवरी 2008 का अवतरण



हस्ती की इस पिपहरी को
यों ही बजाते रहियो मौला!
आवाज़
बनी रहे आख़िर तक साफ-सुथरी-निष्कंप