भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चीज़ों को देखकर / विश्वनाथप्रसाद तिवारी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=विश्वनाथप्रसाद तिवारी
 
|रचनाकार=विश्वनाथप्रसाद तिवारी
 
}}
 
}}
 
 
{{KKPustak
 
{{KKPustak
|चित्र=--
+
|चित्र=
 
|नाम=चीज़ों को देखकर
 
|नाम=चीज़ों को देखकर
 
|रचनाकार=[[विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
 
|रचनाकार=[[विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
पंक्ति 10: पंक्ति 10:
 
|वर्ष=1974
 
|वर्ष=1974
 
|भाषा=हिन्दी
 
|भाषा=हिन्दी
|विषय=-- कविताएँ
+
|विषय=
|शैली=--कविताएँ
+
|शैली=कविताएँ
 
|पृष्ठ= 92
 
|पृष्ठ= 92
|ISBN=--
+
|ISBN=
|विविध=--
+
|विविध=
 
}}
 
}}
* [[कविता और ज़िंदगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* कविता और ज़िंदगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[बेड़िया टूटेंगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* बेड़िया टूटेंगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[अर्जुन : दोनों सेनाओं के बीच / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* अर्जुन: दोनों सेनाओं के बीच / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[इन्हें बचाओ ! इन्हें बचाओ !! / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* इन्हें बचाओ! इन्हें बचाओ!! / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[लड़ता हुआ आदमी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* लड़ता हुआ आदमी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[कतवारु की मृत्यु पर / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* कतवारु की मृत्यु पर / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[मृत्यु से / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* मृत्यु से / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
* [[ / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* [[ / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+
* [[ / विश्वनाथप्रसाद तिवारी]]
+

15:29, 3 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

चीज़ों को देखकर
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार विश्वनाथप्रसाद तिवारी
प्रकाशक राजकमल प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली-110002
वर्ष 1974
भाषा हिन्दी
विषय
विधा कविताएँ
पृष्ठ 92
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
  • कविता और ज़िंदगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • बेड़िया टूटेंगी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • अर्जुन: दोनों सेनाओं के बीच / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • इन्हें बचाओ! इन्हें बचाओ!! / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • लड़ता हुआ आदमी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • कतवारु की मृत्यु पर / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
  • मृत्यु से / विश्वनाथप्रसाद तिवारी