भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बेटा / दीनदयाल शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दीनदयाल शर्मा |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

17:55, 2 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण

कसरत कर
मजबूत बनूंगी,
खुद की रक्षा
खुद करूंगी।
बेटा बनकर
करूंगी काम,
तब फैलेगा
जग में नाम।