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"आख़िरी नक्शा / रश्मि रेखा" के अवतरणों में अंतर

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22:32, 30 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण

शब्दकोश के अर्थ हर रोज
दम तोड़ते हैं मेरी डायरी के पन्नों पर चुपचाप
वायदों के ताजमहल के नीचे
दफ़न होता हुआ भविष्य
वर्तमान की सारी आस्थाऍ
शीशे की तरह चिटकती है ख़ामोश
सुरक्षा के नाम पर
साजिशें अंतहीन
अजनबी होते खुशफहमी के निरंतर विज्ञापन
प्लास्टर उखड़ी मेली सीढ़ियों से
लड़खड़ाती आहिस्ता उतरती
बीमार दुबली धूप
देखती हूँ हर ऱोज आकाश को खोते हुए

सदियों के लगातार आश्वासन के
निरर्थ इंतज़ार का लंबा सिलसिला झेल चुकने के बाद
अब उस खुशनुमा सुबह के लिए
आज की रात
किसी मसीहे के इंतज़ार में
पहले की तरह
टकटकी बाँधे नहीं काटूँगी
इस अहसास के बाद
कि अकेले मसीहे की यात्रा
हमें सूर्योदय तक नहीं ले जाती
गंतव्य तक
पहुँछ पाने के लिए
अब तो हमारी हथेली की इन्हीं रेखाओं में
उभरेगा
सफ़र का आख़िरी नक्शा