Changes

{{KKRachna
|रचनाकार=मुत्तुलक्ष्मी
}}{{KKAnthologyDeshBkthi}}{{KKCatKavita‎}}<poem>जहां भी जिस तरफ भी मुड़े
सामने से आनेवाले लोगों के अंदर
अपने ही सरिस कोई तत्व देखने से
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits