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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ब्याह के आये अवध नगरिया
अवध नगरिया, अवध नगरिया। ब्याह के...
खुशी भये हैं सब नर नारि
नाचै दे दे तारी। ब्याह के...
पंडित गुरू मुनि वेद उचारे
फूलों से करती बौछारें। ब्याह के...
माता कौशिल्या सुमित्रा कैकेयी
आरत उतारे तीनों मैया। ब्याह के...
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघन
खुशी भये हैं चारों भैया। ब्याह के...
हीरा मोती लुटायें राजा दशरथ
और लुटायें रुपैया। ब्याह के...