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"भुवरी भंइस / विनय राय ‘बबुरंग’" के अवतरणों में अंतर
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दुसरा क फसल देखि
रउवा मत ललचीं
नाहीं त हाथ-गोड़
टूट जाई
बनल आचरण लुट जाई
देखे के बा त
आपन फसल देखीं
आ संतोस करीं कि
ससुराल से
ईहे भुवरी भइंस
हमरा करम में
मिलल ह
आ विस्व सुन्दरी
प्रतियोगिता में
अउवल आइल है।।