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"बड़का बन जा / विनय राय ‘बबुरंग’" के अवतरणों में अंतर

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11:35, 1 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण

खोरी में सीढ़ी बनवा बड़का बन जा
चोरी-चोरी बलब जला ल बड़का बन जा
या गड़ही, बन्जर हथिया ल ए भइया
फिर ओमे तँू घर बनवा ल बड़का बन जा।।
खेतन क चकरोड जोति के बड़का बन जा
या मुँहदेखी पंचाइत कइ के बड़का बन जा
या हरदम मुँह-पान दबा के बन जा चउधुर,
रोज कचहरी, थाना धावऽ बड़का बन जा।।

कान्ही पर राइफल लटका के बड़का बन जा
बेटा हरन करा केहू के बड़का बन जा
केहू क दौलत अपना नावंे चढ़वा के
बांधि के पगड़ी चानी काटऽ बड़का बन जा।।

भारी भरकम तिलक भंजा ल लड़का बन जा
या सम्मेलन करा-करा के बड़का बन जा
या त खूब करऽ दलाली घूमि-घूमि के
फिर बड़कन क तेल लगा के बड़का बन जा।।

बनि के झोला छाप डाकटर बड़का बन जा
या घर-घर में करऽ ओझइती बड़का जा
या फिर टीका फाना कइ के घूमऽ सगरो
देख हाथ तकदीर बतावऽ बड़का बन जा।।

दुइ नम्बर क धंधा कइ के बड़का बन जा
इकड़म-तिकड़म विद्या पढ़ि के बड़का बन जा
समाजवाद क झांसा दे के बन जा मुखिया
फिर हो सुखिया मोंछ अइँठ के बड़का बन जा।।

करऽ मोलाई पर मोऽलाई बड़का बन जा
करऽ बुराई पर बुऽराई बड़का बन जा
या बैंकन से करजा लेके फिक्स बतावऽ
करऽ कमाई झूठ बोलि के बड़का बन जा।।

बोतल पर बोतल ढकरावऽ बड़का बन जा
घूमि-घूमि के नाचऽ गावऽ बड़का बन जा
पाप मिटावऽ माई बाप के गारी देके
फिर उनका से अलगा होके बड़का बन जा।।

हाथ में लेके हेलो मोबाइल बड़का बन जा
घूमि-घूमि के मारऽ स्टाइल बड़का बन जा
हलो सढुवाइन हाल बतावऽ कइसे बाडू
ए बबुआ तूँ ले ल मोबाइल बड़का बन जा।।