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बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

गुलाब कैसेन फूल हमें राम दिह्या ललना
पिपरी पिसन का सासु रानी अइहैं
नजर लगि जइहैं राम दिहा ललना
गुलाब कैसेन फूल हमें राम दिह्या ललना
पीड़ा बंधन का जेठानी रानी अइहैं
नजर लगि जइहै राम दिह्या ललना
गुलाब कैसेन फूल हमें राम दिह्या ललना
विलुई रधन का देवरानी मोर अइहैं
नजर लगि जइहै राम दिह्या ललना
गुलाब कैसेन फूल हमें राम दिह्या ललना
नजर लगि जइहै राम दिह्या ललना