भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मऽरोऽ जवाई पाटिल / पँवारी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=पँवारी |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:26, 20 मार्च 2015 के समय का अवतरण
पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मऽरोऽ जवाई पाटिल
ओ की माय को किसनदेवऽ।
सारजा कुकू लेव
मऽरोऽ जवाई माय्हजन
ओ की माय को इंदल
मऽरीऽ सारजा सुंदर।।