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"भिकारी / उपेन्द्र सुब्बा" के अवतरणों में अंतर
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मन्दिरको गेटबाहिर
एउटा बूढो कुष्ठरोगी
थोत्रो बोरा बिछ्याएर माग्न बसेको छ।
मन्दिर आउने–जाने एकदुई भक्तजनले
चाराना–आठाना फाल्दिन्छन्
र भन्छन्–
"बाजे, राम्रो आर्शीवाद दिनू है!"
यो बूढो कुष्ठरोगी कति धनी छ, हकि?
चराना–आठानामा अनमोल आर्शीवाद बेचिराछ।