भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूरदास / मोती बी.ए." के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मोती बी.ए. |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
16:23, 20 मई 2015 का अवतरण
ए सूरदास
खीरि खाइल जाई
ई कस होत?
सफेद होत
सफेद कस होत?
बगुला अस (उज्जर)
बगुला कस होत?
(बगुला एइसन हाथ टैढ़ क के बतवला पर)
अस हो अस
(सूरदास पूरा टो-टा क कहत बाड़ें)
नाहीं खाइबि
ई पेट फारि देई।