भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कोड / एन. मनोहर प्रसाद" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=एन. मनोहर प्रसाद |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:01, 4 जुलाई 2015 के समय का अवतरण
I -! : ; , ?
मैं चाहता हूँ एक पूर्णविराम लगाना।
चहुँ और फैली समस्याओं पर—
लेकिन सब हैं जो समयातीत रहस्य!
अन्तहीन असीम पीड़ाओं का सातत्य :
मैं बहाता रहता हूँ आँसू कुछ शान्ति की आशा में;
कम से कम अस्थायी विराम त्रास
क्षणिक दम भरने भर मिले समय,
क्या हमारे जैसे लोगों या समाजों के लिए कहीं है कोई आशा?