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"शरारत का मौसम / शेरजंग गर्ग" के अवतरणों में अंतर
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11:24, 14 जुलाई 2015 के समय का अवतरण
शरारत करेगा शरारत का मौसम,
बड़ी ख़ूबसूरत-सी हरकत का मौसम।
ये बोलेगा चितचोर रंगों की भाषा,
करेगा तमाशों से बढ़कर तमाशा,
यह लाएगा जीवन में आशा ही आशा।
उमंगों-तरंगों के शरबत का मौसम,
शरारत करेगा शरारत का मौसम।
बहुत बोर करते हैं मनहूस इसको,
सुहाते नहीं लोग कंजूस इसको,
करेंगे मगर हम न मायूस इसको।
हमारे लिए है यह स्वागत का मौसम,
शरारत करेगा शरारत का मौसम।
लगाता फिरेगा यह मस्ती के नारे,
रहेंगे कहीं भी न पस्ती के मारे,
नज़र में खिलेंगें वसन्ती नज़ारे।
दिलों में मचलती-सी रंगत का मौसम,
शरारत करेगा शरारत का मौसम।
हमेशा खिलेगी यह रंगीन होली
चलेंगें लतीफ़े, चलेगी ठिठोली,
बटोरेगी खुशियाँ निगोडों की टोली।
नहीं यह किसी की शिकायत का मौसम,
शरारत करेगा शरारत का मौसम।