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"गेंदा / विद्याभूषण 'विभू'" के अवतरणों में अंतर
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रंग निराला, गंध अनोखी
शोभा प्यारी-प्यारी,
गेंदा के हँसते ही सारी
हँस पड़ती फुलवारी!