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"अमावस / निदा नवाज़" के अवतरणों में अंतर

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12:22, 12 फ़रवरी 2016 के समय का अवतरण

सिरहाने रखे सपने
सांप बन जाते हैं
जब बारूदी धुएँ में
पूर्णिमा
अमावस बन जाती है
बच्चों के पालने
प्रश्न बन जाते हैं
जब गोलियों की गून्ज
लोरी बन जाती है।