भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अपहरण / निदा नवाज़" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निदा नवाज़ |अनुवादक= |संग्रह=बर्फ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:55, 12 फ़रवरी 2016 के समय का अवतरण
उस शहर के बुद्धिजीवी
दर्शन के जंगलों में
सपनों को ओढ़ कर
सो जाते हैं
और बस्ती के बीच
तर्क का हो जाता है
अपहरण.