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नया साल
ओकरा लेल छीकै
जेकरा-
महल अटारी।
मोटरकार, हवाई घोड़ा
खेत-खलिहान-
बखारी।
जेकरा देह पर
नै छै कपड़ा
ऊ की पिकनिक जानतै?
जेकरऽ पेट
पीठ सें सटलऽ
ऊ की पूआ छानतै?
जेकरऽ छप्पर
कानै कपसै
ऊ की गैतै गाना?
भोर सांझ
जानै छै खाली
नैं कुछ
नया पुराना!
ओकरे सब लेल
मिली जुली कऽ खोजऽ
कोनों उपाय!
अमन चैन के
वंशी बाजै
दुनिया दूधे नहाय!
-अंगिका लोक/जनवरी-सितम्बर, 2006