भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बात बूझोॅ / अमरेन्द्र" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अमरेन्द्र |अनुवादक= |संग्रह=तुक्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
17:10, 6 मई 2016 के समय का अवतरण
पढ़ोॅ पढ़ाबोॅ बच्चा केॅ
पाटोॅ खाई-खच्चा केॅ
जेकरोॅ पढ़ै नै बच्चा छै
ओकरा पर सौ गच्चा छै।