भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हवा / अमरेन्द्र" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अमरेन्द्र |अनुवादक= |संग्रह=तुक्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
17:17, 6 मई 2016 के समय का अवतरण
हवां उड़ैतै गर्दा सब
हवा बिना तेॅ मुर्दा सब।