भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कबूत्तर / कुंदन अमिताभ" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुंदन अमिताभ |अनुवादक= |संग्रह=धम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

16:16, 9 मई 2016 के समय का अवतरण

बड्डी आसान छै
कबूत्तर दबोची लेना
ढेर कबूत्तर एक्के दाफी
पकड़ना छौं तेॅ
एगो चाँग लेॅ
एक दू ठो पकड़ना छौं
तेॅ एगो मुंजेला
ओकरा
मोटऽ रकम करची सें
टिकाय केॅ
हेतऽ में भुकाय केॅ
ठाढ़ऽ करऽ
करची सें लम्बा डोरऽ
बाँधी लेॅ
डोरऽ के एगो छोर
आपनऽ हाथऽ में
राखी केॅ
चाँग या मुंजेला तरऽ में
अनाज छींटी केॅ
ओसरा दन्नेॅ
औढ़ी में नकाय जाहो
कबूत्तर
गूटूरगूँ करने ऐथौं
चाँग या मुंजेला तरऽ के अनाज
खाबै में
जेन्हैं मस्त होथौं
झट डोरऽ खींची लेॅ
फँसलऽ कबूत्तर केॅ
झट सेॅ दबोची लेॅ
कबूत्तर दबोचना
कत्तेॅ आसान छै
कबूत्तर होय छै
शान्ति केरऽ चेन्हऽ
शान्ति केॅ दबोची लेना
कि एतने आसान छै?