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♦ रचनाकार: अज्ञात
भारत के लोकगीत
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शीतल माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।
मालत माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।
धनसर माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।
फूलसर माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।
कालि माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।
सभ्भे माय के आंगना में- आइलोॅ छै भजनियां हो।
भजन करै लेॅ भाय।
उठो मैया बाँटोॅ परसाद-
भजनियां भैया- घर जाइतै हो।