भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सभे अभरनमा मालत मैया हे... / अंगिका" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=अंगिका }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:57, 12 मई 2016 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

सभे अवरनमा मालत मैया हे
वदन कछौले
हे माता चली भइली हे माता
गंगा असलनमा हे माता चली।
एक कोसे गइली मालत मैया हे
दुई कोसे गइली हे माता
तेसरी कोसें हे माता गंगा के किनारवा
हे माता तेसरी...
सभ्भे अवरनमा मालत मैया हे
खोली केॅ नहावै हे माता
सूरजे नामेॅ हे माता अरघेॅ चढ़ावै हे माता...
सभ्भे अवरनमा मालत मैया हे
पहरी न लेलकै हे माता
सूरज ज्योति हे माता
करले मलिनमा हे माता सुरूज
एक कोसे आइली मालत मैया हे
दुई कोसे अइली हे माता
तेसरी कोसें हे माता आपनोॅ गभरवा हे
हे माता तेसरी...