भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अंगिका" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 17: | पंक्ति 17: | ||
* [[आभा पूर्वे]] | * [[आभा पूर्वे]] | ||
* [[कणहपा]] | * [[कणहपा]] | ||
+ | * [[कनक लाल चौधरी 'कणीक']] | ||
* [[कस्तूरी झा 'कोकिल']] | * [[कस्तूरी झा 'कोकिल']] | ||
* [[कुंदन अमिताभ]] | * [[कुंदन अमिताभ]] |
22:48, 16 मई 2016 का अवतरण
अंगिका भाषा के विकास में रुचि रखने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से अनुरोध है कि अंगिका कविता कोश के विकास में हमारी सहायता करें
- अनिरुद्ध प्रसाद विमल
- अनिल शंकर झा
- अमरेन्द्र
- आभा पूर्वे
- कणहपा
- कनक लाल चौधरी 'कणीक'
- कस्तूरी झा 'कोकिल'
- कुंदन अमिताभ
- कैलाश झा 'किंकर'
- चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
- धनन्जय मिश्र
- धरमपा (छत्तीसवें सिद्ध)
- नन्दलाल यादव 'सारस्वत'
- मृदुला शुक्ला
- राहुल शिवाय
- विजेता मुद्गलपुरी
- शवरपा (पाँचवे सिद्ध)
- सरहपा (अंगिका के आदि कवि)
- सियाराम प्रहरी
- सुमन सूरो
- सुरेन्द्र 'परिमल'
अंगिका भाषा
- नाम: अंगिका को पहले छेकी-छिकी, आंगी, छाई-छोऊ, अंगिकार, छेकरी और ठेठी नामों से भी जाना जाता था।
- क्षेत्र: अंगिका मुख्य-रूप से बिहार (जिला अररिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, सुपौल, बाँका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेख़पुरा व खगड़िया), झारखंड (जिला साहेबगंज, गोड्डा, देवघर, पाकुर, दुमका, गिरिडीह व जमतारा) और पश्चिम बंगाल (जिला मालदा, उत्तरी दिनाजपुर) में बोली जाती है।