भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"गीत गामऽ रऽ / श्रीस्नेही" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्रीस्नेही |अनुवादक= |संग्रह=गीत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:35, 7 जून 2016 के समय का अवतरण

अमरांचल मैया के अँचरा के छाँव हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही टाँव हो!!

उत्तर अन्धरी-धार दक्खिन पहड़िया!
पूरब चानन बहै पच्छिम बेलसिया!!

उगलऽ सुरुज बीच खेत-खरिहान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

छोटऽ बड़ऽ बगिच्चा ताल-तलैया!
डकरै डगर बीच भैंसिया ओ गैया!!

गोबर-चुननी-शोर खनकै मैदान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

महुआ पलास-वन पीपर के छँयाँ!
आम-वर-नीम तरें बनलऽ मड़ैया!!

लठिया बजाय गीत गावै किसान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

आम कचमौहा केलम्मी सिनुरिया।
फैजली मालदऽ जरदालु बम्बैया!!

कदुआ बैरबैरिया-किसन भोग के डार हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

शितला के थान काली-दुर्गा महारानी!
धांगड़-रांगाधारी-शकर सुदानी!!

बैठलऽ पुजारी मठ पूजै भगवान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

मढ़िया-जेठौरनाथ झरना के मेला!
घरेॅ घऽर सुहावै अमरपुर के झूला!!

एकादशी-छठ-व्रत-डोरा महान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

ट्रैक्टर-कोदार-हऽर हेंगा चलैछै!
बोरिंग, सेट पंपिंग कुड़ खेतवा पाटैछै!!

क्यारी-क्यारी में गंगा-जमना के धार हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

झरना में चीनी माटी अबरख लकड़िया!
महगामा जेठौर बनै छटी बिजुरिया!!

देवता बनैलेॅ छै एकरा भंडार हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

चाँदन-वेलासी नहर-छवि न्यारी!
धरती के बेटा मगन झूमै क्यारी!!

हमरऽ सरकार धरती के भगवन हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

रीतियऽ रिवाज चलन सब कुछ गँवारी!
बेटा-बेटी बिहा करै सरकारी!!

बुढ़वा बैठलऽ रहै अबेॅ पछताय हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

बैजडीह-भरको बेरमा-कुल्हड़िया!
सुडिहारी-बाजा-फतहपुर तिरहोतिया!!

ग्यानी पुर्हैत जी हम्में भगवान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

खेमी विसंभरचक सीढ़ी सलमपुर!
कामदेव-जानकीपुर-पवय-धरमपुर!!

कानकुब्ज बाभन के अड्डा गोबराँय हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

अठमहा-तैलिया-केन्दुआर-कोठिया!
कठेलऽ में खत्री तानी रहै छतिया!!

अंचल के शान बूढ़ा-बच्चा-जवान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

मकदुम्मा-अमरपुर-भरको-भदरिया!
छोटऽ मोटऽ हाट पवय-कासपुर-चिरैया!!

बनियाँ के हाथऽ में बनिज-बेपार हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

महादेव गोपालपुर-चपरी महौता!
भीखन-विश्वासपुर अन्न जल-दाता!!

कोल-खरदौरी-भलुहार-बड़ किसान हो!
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

रामपुर-भरको कोल-गोरगामा।
कापरी-ननायचक-धन्नी अभिरामा॥

यदुवंशी पूरनचक बलुआ-गोपाल हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

दौना-सुल्तानपुर-गरीपुर-संग्रामपुर।
बन्हारा-कटोरिया डुमरामा मम्हदपुर॥

मुस्लिम सिया-शेख बाँचै कुरान हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

बल्लीकित्ता-चौरबै-बीदनचक भैया।
रमचानपुर-रघुनाथपुर कोयरी के ठैया।

नन्दलाल-शोभानपुर-टाट्ढी परान हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

कोंधा-खेमीचक-मैनमा ओ सहुआ।
हरिजन बसै छै कुल्हड़िया ओ सिझुआ॥

गाँधी बाबा-हमरऽ गल्ला के हार हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

मोदी-सोनार आरो गाँव में गोलदार छै।
कसेरा-कुम्हारऽ कुमारऽ लोहार छै॥

बिसकरमा के बेटा बड़ी सब इन्सान हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!

अमरांचल मैया के आँचल के छाँव हो।
रुकी जा बटोही तोहें आय यही ठाँव हो!!