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"सोहऽर / गीत गामऽ के / श्रीस्नेही" के अवतरणों में अंतर

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00:37, 7 जून 2016 के समय का अवतरण

बड़ी रे सुहानऽ लागै ऐंगना ढ़ोलक बाजै,
धनी-कोखी ललना जनम होलै हे।

लौनिया बोलबऽ बाबा लौउना बोलावऽ दौड़ी,
नाना-मौसा-फूफा-घर नौता पठाबऽ हे!
बड़ी रे...
बलि-बलि गेली दादी ललना के मुंह ताकि,
शोभै छै यशोदा गोदी कान्हा नांकि हे!
बड़ी रे...
मंडरी चढैबौ मैा झाँप चढ़ैबौ तोर्हा,
गोदी लेॅकेॅ सुगना केॅ मुड़नऽ करैबऽ हे!
बड़ी रे...