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ओकरे आगू भरल पूस में, धूप ले मैयो तरसै छें | ओकरे आगू भरल पूस में, धूप ले मैयो तरसै छें | ||
− | एक | + | एक तेॅ देह पर बस्तर नै छौ |
दोसर बैठल छॅ बहरी में | दोसर बैठल छॅ बहरी में | ||
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एक चद्दर तर केना के अँटतौ, कुल के मन मे अखरल छौ | एक चद्दर तर केना के अँटतौ, कुल के मन मे अखरल छौ | ||
− | ई घ’र | + | ई घ’र तेॅ बुरबे करतौ |
हे गे माय दसहरी मे | हे गे माय दसहरी मे | ||
लाल चुनरी लहरैबे करतौ, पुरबैया लगै छै बाम होतौ | लाल चुनरी लहरैबे करतौ, पुरबैया लगै छै बाम होतौ | ||
− | पछिया | + | पछिया तेॅ पछतैबे करतौ, दुनिया में बदनाम होतौ |
ऐ कुहेस के मुरछा लगतौ | ऐ कुहेस के मुरछा लगतौ | ||
मैयो भरल कचहरी मे | मैयो भरल कचहरी मे | ||
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02:31, 8 जून 2016 का अवतरण
छम-छम धूप नाचै छै छत पर
छौ आपन अंगना छहरी मे
अपहरण भेलौ सुरजा के मैयो
मरि जेबें शितलहरी मे
जेकरा आगू छठ मे मेवा, सूप से मैयो परसै छें
ओकरे आगू भरल पूस में, धूप ले मैयो तरसै छें
एक तेॅ देह पर बस्तर नै छौ
दोसर बैठल छॅ बहरी में
जै चन्दा के चौरचन्दा में, पान-फूल से नापै छें
भरल पूर्णमासी मे ओकरे, सोझा थर-थर काँपै छें
नागपंचमी दिन नागिन के
पिलबै छें दूध बिषहरी मे
उखारि के फेक देलकौ तुलसी के, तुलसीचौरा कानै छौ
हँसि रहल छौ मुरती तोहर, जालिम जार के जानै छौ
जाड़ चार कम्मल के कटतौ
केना के एक मुसहरी मे
तोहर दिल के टुकड़ा मैयो, टुकड़ा-टुकड़ा में बिखरल छौ
एक चद्दर तर केना के अँटतौ, कुल के मन मे अखरल छौ
ई घ’र तेॅ बुरबे करतौ
हे गे माय दसहरी मे
लाल चुनरी लहरैबे करतौ, पुरबैया लगै छै बाम होतौ
पछिया तेॅ पछतैबे करतौ, दुनिया में बदनाम होतौ
ऐ कुहेस के मुरछा लगतौ
मैयो भरल कचहरी मे