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"मौसा जी / अमरेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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01:13, 11 जून 2016 के समय का अवतरण

मत दौ कन्नी मौसा जी;
आठ चवन्नी मौसा जी।
धूपोॅ सें जादा चमचम
चमकै पन्नी मौसा जी।
हौ जुग छू मन्तर भेलौ,
कहाँ अधन्नी मौसा जी!
कोन बथानी में होय छै
गाय बकन्नी मौसा जी?
आठ कमैलौ; मौसी केॅ दौ-
चार चौवन्नी, मौसा जी।