भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"रामचरित / शब्द प्रकाश / धरनीदास" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धरनीदास |अनुवादक= |संग्रह=शब्द प्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
10:04, 21 जुलाई 2016 के समय का अवतरण
धनि दशरथ राज कोशल्याजी, धरनी जिन राम दियो अवतारा।
धनि अवधपुरी धनि लकवन भर्थ, शत्रुघ्नधनी धतिज्ञान विचारा॥
सुग्रिव अंगद और जमवान हनुमन्त जो सैनहियार उतारा।
मारि दशानन थापि विभीषण, सीप समेत मिलै परिवारा॥24॥