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"नाना ईश्वरवाद / शब्द प्रकाश / धरनीदास" के अवतरणों में अंतर

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कोइ कह एक अलेख, कोइ कह तीन विशेषै। कोइ कह दश हँ आदि, कोइ चौवीस परेखे॥
कोइ कह सत है नाम, कोइ कोइ सुनावै। कोइ भाशै सत लाख, कोइ कोइ कोहि बतावे॥
कोइ कह नाम अनंत है, काहि कहिय पंडित मुरुख।
ध्यान धरे धरनी जपे, तत्त्व नाम कर्त्ता पुरुष॥7॥