भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"राम रस पीवत पीर गई / संत जूड़ीराम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संत जूड़ीराम |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:43, 29 जुलाई 2016 के समय का अवतरण

राम रस पीवत पीर गई।
बलहारों सतगुरु चरनन की गत मत ठान ठई।
पूरन पद परगास रैन दिन उर आनंद छई।
सकल सोच भ्रम दूर गमायो दुबदा दूर भई।
जूड़ीराम एक मत डोली भगत अटूट लई।