भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"खैनीये लाथे हजमा / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=सलहे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

05:24, 8 अगस्त 2016 के समय का अवतरण

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

खैनीये लाथे हजमा
चीट्ठीया गिराबै छै
खैनीये के लाथे हजमा
चौठीया गिराबै छै
एक्के जुम खैनी राजा के बढ़ावै छै
राजा के नजरि जखनी
चीठी पर नजरिया पडै छै मुनी जीमीदारबा ने।
आ भागल जाइ छै हजमा
राज तऽ महिसौथा के
आ भागल चली जाइ छै हजमा
राज तऽ महिसौथा के-2