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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
खैनीये लाथे हजमा
चीट्ठीया गिराबै छै
खैनीये के लाथे हजमा
चौठीया गिराबै छै
एक्के जुम खैनी राजा के बढ़ावै छै
राजा के नजरि जखनी
चीठी पर नजरिया पडै छै मुनी जीमीदारबा ने।
आ भागल जाइ छै हजमा
राज तऽ महिसौथा के
आ भागल चली जाइ छै हजमा
राज तऽ महिसौथा के-2