भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"वयम् / राधावल्लभः त्रिपाठी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राधावल्लभ त्रिपाठी |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
23:23, 16 अगस्त 2016 के समय का अवतरण
आज्ञापालनमात्रनष्टविभवा
नो ते वयं किङ्कराः
ये नृत्यन्ति निरर्थकं तव कृते
नो ते वयं किन्नराः।
ये कूर्दन्ति च रञ्जितुं तव मनो
न स्मो वयं वानराः
ये जीवन्ति सदैव मानसहितं
राजन् वयं ते नराः।।