भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सभ्यता मूंखे / अनन्द खेमाणी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनन्द खेमाणी |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

03:44, 27 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण

नफ़रत ऐं प्रेम जो
निफ़ाक़ सेखारियो
मूं नफ़रत ऐं प्रेम जे
निफ़ाक़ खे मिटाए
इत्तिहाद घड़ियो
ऐं मूं
मज़हब
मुल्क
नसुल ऐं
ईमान जे आधार ते
अंधा-धुंध
ॿारनि
बुढनि
वॾनि
नंढनि
औरतुनि
मर्दनि
आलिमनि
जाहिलनि
जो
क़तल-ए-आम कयो
ऐं
सभ्यता खां
ग़ाज़ी थियण जो
हकु़ तलब कयो