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"चोर महानगरी / श्याम जयसिंघाणी" के अवतरणों में अंतर

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06:35, 1 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण

तुंहिंजी गै़र हाज़िरी सिंघी
को बि पाड़ेसिरी रातो राति
तुंहिंजो घरु चटे बुहारे छॾीन्दो
मोटन्दें: न पाड़ेसिरी हून्दो
न सन्दसि घरु!