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"लिखणु ऐं रुअणु / ढोलण राही" के अवतरणों में अंतर
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खिलणु भुलिजी
इनसानु जी त सघन्दो,
रुअण भुलिजी
त इनसानु
इनसानु ई न रहन्दो!