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"पंधु / अर्जुन ‘शाद’" के अवतरणों में अंतर
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असां सभिनी जो गुज़रु
घोर ऊँदहि मां आहे
जिते
जहिड़ो अखियूं खोले हलणु
तहिड़ो बंदि करे
ॾिसण जो सुवालु ई नथो उथे
राह बणाइणु
माना
वक्त जो ज़्यानु
ज़िन्दगी पंधु ई पंधु आहे
पंधु ज़िंदगीअ जो ॿियो नालो आहे
इहो पंधु उन हद ते ख़तम थिए थो
जिते इन्सान जो जीअणु ख़तम थिए थो!