भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ओसीड़ो / अर्जुन ‘शाद’" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अर्जुन मीरचंदाणी 'शाद' |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

01:56, 7 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण

तंहिं वसुल संदे ॾींहं जो हो ओसीड़ो
दिल चाहियो उॾासी वञे विच जो अर्सो
सो ॾींहुं ऐं उन ॾींहं जो हुन जो रुखु हो
दिल रोई चयो: ॾींहुं हीउ आयो ई छो?