भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छा करियां / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरूमल सदारंगाणी 'ख़ादिम' |अनुवादक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:38, 8 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण

मथां
कारा ककर
गजगोड़
तूफ़ान।

भॻल ॿेड़ी
गठल नोड़ियूं
सिड़ह झूनाऐं लटकियल।

वॾियूं लहरूं
छितियूं छोलियूं
मच्छनि जा वात फाटल।

न मां तारू
न आ तुंबो
न ई मांझी सखानी

करियां छा
सीर में लुढंदडु
करिया छा??