भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शेर गर्जना / हूँदराज दुखायल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हूँदराज दुखायल |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
21:59, 13 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
मुल्क ते हिन्दमाता जो झंडो क़ौमी झूलाईंदुसि,
वधायलु ज़ोर पापियुनि जो सकूरो मां घटाईंदुसि।
जॾहिं खाली हचारनि खां सॼी भूमि कराईंदुसि,
सुपात्र वीर माता जो तॾहिं बेशक चवाईंदुसि।
‘‘दुखायल’’ फर्जु माता जो तॾहिं सारो अदा थींदो,
जॾहिं आज़ादगीअ लइ जान बस हरिको ॿचो ॾींदो।