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"भोली परिभाषा / सुजाता" के अवतरणों में अंतर

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22:43, 21 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण

'जहाँ शुरु होती है दूसरे की नाक
वहाँ खत्म होती है आज़ादी मेरी'

इस तरह परिभाषित करते आज़ादी को
भुला दी गई स्त्रियाँ
या फिर
उनके यहाँ नाक से अधिक
जो उन्नत है
उसे तुमने अपनी आज़ादी में शामिल कर लिया?