भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"भारत देश महानु / मीरा हिंगोराणी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मीरा हिंगोराणी |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:29, 1 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

धरतीअ में आ सोनु समायलु,
चमके चांदी झरणनि मां।
ॻाए लोली कन्याकुमारी,
कशमीर जे वादियुनि में,
गूंजे हिकई अज़ान।
भारत देशु महानु!

गूंजे महापुरिषनि जी ॿाणी,
जाति-पाति जो भेदु न ॼाणे,
ॾे भाई/ चारे जो ज्ञानु।
भारत देशु महानु!

वधाए शानु वत्तन जो,
थीऊ तूं मानु वत्तन जो,
मुशकी कर तूं जानि कुर्बानु।
भारत देशु महानु!