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"महिर जा मीहं वसाईं / मीरा हिंगोराणी" के अवतरणों में अंतर

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20:40, 1 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

सारे जॻ जा पालणहारा,
कुदरत तुहिंजा कम न्यारा,
तूंई पननि खे खड़काई,

बू/टनि खे पाणी पहुंचाई...
शल महिर जा मींह वसाईं...

करे गरीबनि जी जो सेवा,
खाए आसीसुनि जा मेवा,
ॾाणु उ/उ/नि खे ॾीं थो साईं...
शल महिरजा मींह वसाईं।

वेरु ऐं कुॿिध कदुं दिलियुनि मां,
भेद-भाव जो फर्कु मिटायूं,

देश जो मानु वधायूं साईं...
शाल महिर जा मींह वसाई...