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"करमू कंजूसु / मीरा हिंगोराणी" के अवतरणों में अंतर
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रखे घर जा नलका बंद,
करे थो पाड़ेसिरियुनि खे तंग,
भरे पियो खूह तां पाणी।
करमूं कंजूस जी ॿुघो कहाणी!
संडे ॾींहु बि चुल्हि न ॿारे,
गुरद्वारे मां लंगरु आणे,
अथसि ॼाल बि सुघड़-सियाणी।
करमूं कंजूस जी...
हलो करमूअ घर दावत खाऊं,
दोस्तनि हीअ तरकीब हलाई,
मति करमूअ जी चकराई,
चवे हलो ढ़ाॿे सभु भाई,
कोन्हे अॼु घर में ॻुड़ धाणी।
करमूं कंजूस जी ॿुघो कहाणी!