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"हली हजते / मीरा हिंगोराणी" के अवतरणों में अंतर
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कुंभ जे मेले ते जो,
करण सिनानु कुओ हलियो।
हलां छोन साणु भाई,
कयां तीर्थु अथमि आस इहाई।
बिल्लीअ हींअ फरमायो।
कर सिनानु तूं नल ते मासी,
खाई सत-सत कूआ,
जे कंदीअ हजु त;
मिलंदई फासी।
ॿुघी बिल्लीअ खे थियो अचम्मो,
तपी बाहि थी कावड़ि में,
पोई वेठी छिञण खम्भो!!