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"शेखीमारु / मीरा हिंगोराणी" के अवतरणों में अंतर
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पर फड़काए चवे थो तोतो,
चाहियां जॾहिं घुमां कलकतो।
वेठी कुंड में लिकी बिल्ली,
वञां न केॾांहुं भनेरु,
वणे थी मूंखे रुॻो दिल्ली।
टहिकु ॾई मुर्की झिरकी,
चार मिनारु अचे थो याद,
शहरु आ उमदो हैदराबाद।
लॻे पियो गिदहु बि शेखीमारु,
खावां छोन वड़ो अैं कुलफी,
यारी पसंद आ,
मूंखे बुम्बई!!