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दाल न ॻरी देॻड़े मल जी,
ॿाटी ॿाई लुछण लॻी।
सड़ी वेयूं केवी-खुरपी,
मतो वैलु रंधिणे में।
आई डोड़ी घर धयाणी,
छाजो आ ही गीडु।
हड़ताल जो थियो ऐलानु!
ॾिनो कुकर सीटीअ ते ज़ोरु।
पचंदी कोन मानी,
अॼु घर में,
रखो सभई उपवासु।
आयो आर्डर ते पीज़ा घर,
ॾोड़ियो आयो मिस्टर-बर्गर,
थिया होश ख़ता भांडनि जा।
छंडे पलऊ सभई!!
भॻा ॿाहिर रंधणे मां!