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"तफावत / अमुल चैनलाल आहूजा 'रहिमी'" के अवतरणों में अंतर

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मां
काल्ह
घर जो वॾो हुअस
ऐं
अॼु बि आहियां
अॻु
ॿार मुंहिंजा
मुंहिंजे पुठियां हलंदा हुआ
पर
हाण मूंखे
संदनि पुठियां
हलणो पवे थो
जो
हाण हू
वॾा जो थिया आहिन!