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आङुर खणी
कंहिं खे
दहशतर्गिद चवण
आ ॾाढो सवलो
ईअं चवण वारा
ॾिसु तूं पाऐ झाती
सुबह खां
सांझीअ ताईं
ख़बरीअ
ख़्वाह
बे ख़बरीअ में
केॾा न
नित
हैबतनाक
कार्य पियो करीं तूं!!?